होली के बारे में ही देखें, तो आजकल-जबरन चंदा वसूल करना, राह चलते लोगों और वाहन चालकों को रोककर पैसे ऐंठना, ज़बरदस्ती रंग लगाना, गुलाल का अत्यधिक उपयोग होलिका के निकट शराब अथवा भांग पीकर अश्लील नृत्य करना एक-दूसरे पर कीचड़ फेंकना, एक-दूसरे को गंदे पदार्थ अथवा डामर लगाना पानी के गुब्बारे मारना लड़कियों के साथ छेड़छाड़ तथा उनसे असभ्य व्यवहार करना, देवी-देवताओ के मुखौटे धारण कर पैसे मांगना पानी का अपव्यय करना जैसी घटनाएं आम हो गई है।
2.
होली के बारे में ही देखें, तो आजकल-जबरन चंदा वसूल करना, राह चलते लोगों और वाहन चालकों को रोककर पैसे ऐंठना, ज़बरदस्ती रंग लगाना, गुलाल का अत्यधिक उपयोग होलिका के निकट शराब अथवा भांग पीकर अश्लील नृत्य करना एक-दूसरे पर कीचड़ फेंकना, एक-दूसरे को गंदे पदार्थ अथवा डामर लगाना पानी के गुब्बारे मारना लड़कियों के साथ छेड़छाड़ तथा उनसे असभ्य व्यवहार करना, देवी-देवताओ के मुखौटे धारण कर पैसे मांगना पानी का अपव्यय करना जैसी घटनाएं आम हो गई है।